मध्यप्रदेश सरकार ने साल 2025 के लिए सरकारी छुट्टियों का कैलेंडर (Public Holidays in Madhya Pradesh 2025) जारी कर दिया है। इस कैलेंडर में कुल 22 सार्वजनिक अवकाश शामिल किए गए हैं। इसके अलावा, कर्मचारियों की सहूलियत के लिए ऐच्छिक अवकाश (Optional Holidays) की सूची भी जारी की गई है। यह कदम कर्मचारियों को उनकी जरूरतों के अनुसार छुट्टी लेने का विकल्प प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
14 जनवरी को मकर संक्रांति पर स्थानीय अवकाश
मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के अवसर पर, सतना के कलेक्टर अनुराग वर्मा ने 14 जनवरी 2025 को स्थानीय अवकाश (Local Holiday in Satna) घोषित किया है। यह अवकाश स्थानीय प्रशासन के दायरे में आने वाले सभी सरकारी कार्यालयों और स्कूलों पर लागू होगा। हालांकि, बैंकों और ट्रेजरी (Banks and Treasury) को इस आदेश से बाहर रखा गया है।
मकर संक्रांति भारत में फसल कटाई का प्रमुख त्योहार है। इस दिन पतंगबाजी, तिल-गुड़ का सेवन, और धार्मिक अनुष्ठान करने की परंपरा है। छुट्टी की घोषणा से नागरिक इस त्योहार का भरपूर आनंद उठा सकेंगे।
दशहरा और भाईदूज पर भी घोषित किए गए स्थानीय अवकाश
सरकारी कैलेंडर के अनुसार, 1 अक्टूबर 2025 को दशहरा (Dussehra) और 23 अक्टूबर 2025 को भाईदूज (Bhai Dooj) पर स्थानीय अवकाश घोषित किए गए हैं। दशहरा के दिन रावण दहन (Ravana Dahan) और भाईदूज पर भाई-बहन के रिश्ते को सम्मानित करने की परंपरा होती है। इन छुट्टियों से नागरिकों को अपने परिवार और मित्रों के साथ त्योहार मनाने का अवसर मिलेगा।
ऐच्छिक अवकाश की सूची
सरकार ने 2025 के कैलेंडर में ऐच्छिक अवकाश (Optional Holidays List Madhya Pradesh 2025) की भी सूची जारी की है। इसका उद्देश्य यह है कि कर्मचारी अपने धार्मिक या सांस्कृतिक त्योहारों और व्यक्तिगत अवसरों पर छुट्टियां ले सकें। इस कदम से कर्मचारियों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए कार्यस्थल पर संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी।
बैंकों और ट्रेजरी पर आदेश लागू नहीं
यह सुनिश्चित किया गया है कि वित्तीय सेवाओं में किसी प्रकार की रुकावट न हो। इसीलिए, 14 जनवरी, 1 अक्टूबर, और 23 अक्टूबर को घोषित स्थानीय अवकाश बैंकों और ट्रेजरी (Bank Holidays Exclusion in Madhya Pradesh) पर लागू नहीं होंगे। इससे सामान्य बैंकिंग और वित्तीय कार्य सुचारु रूप से चलते रहेंगे।
मकर संक्रांति का महत्व
मकर संक्रांति (Importance of Makar Sankranti) को मध्यप्रदेश और पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार न केवल फसल कटाई का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक है। इस दिन पतंगबाजी, स्नान, दान, और तिल-गुड़ खाने की परंपरा है।
दशहरा और भाईदूज पर उत्सव
दशहरा और भाईदूज (Significance of Dussehra and Bhai Dooj) जैसे त्योहार भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं। दशहरा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है और इस दिन रावण दहन की परंपरा है। वहीं, भाईदूज पर भाई-बहन के रिश्ते का उत्सव मनाया जाता है। इन दोनों अवसरों पर छुट्टियां मिलने से नागरिक अपने परिजनों के साथ इन त्योहारों का आनंद उठा सकेंगे।
सरकारी अवकाश का महत्व
सरकारी अवकाश (Significance of Public Holidays) नागरिकों को अपने व्यस्त जीवन में आराम का मौका प्रदान करते हैं। ये छुट्टियां न केवल काम और निजी जीवन के बीच संतुलन बनाने में मददगार होती हैं, बल्कि त्योहारों और सांस्कृतिक परंपराओं को बनाए रखने में भी सहायक होती हैं। मध्यप्रदेश सरकार का यह कदम नागरिकों और कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।