उत्तराखंड शिक्षा विभाग ने वर्ष 2025 के लिए स्कूलों में छुट्टियों का कैलेंडर जारी कर दिया है। इस कैलेंडर में सर्दियों और गर्मियों की छुट्टियों के साथ-साथ ईगास बग्वाल (Igas Bagwal) और हरेला (Harela) त्योहार पर भी अवकाश शामिल किया गया है। इस बार के कैलेंडर में अलग-अलग ऊंचाई वाले क्षेत्रों के विद्यालयों के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं, जिससे विद्यार्थियों और शिक्षकों को मौसम के अनुसार राहत दी जा सके।
सर्दियों की छुट्टियां: 5000 फीट से अधिक और कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए भिन्न अवधि
शिक्षा निदेशक आरके उनियाल द्वारा जारी कैलेंडर के अनुसार, 5000 फीट से कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सर्दियों की छुट्टी 1 जनवरी 2025 से 13 जनवरी 2025 तक निर्धारित की गई है। वहीं, 5000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सर्दियों की छुट्टी 26 दिसंबर 2025 से 31 जनवरी 2025 तक रहेगी। इसका मतलब है कि ऊंचाई वाले इलाकों में सर्दियों की छुट्टियां 37 दिन तक चलेंगी, जबकि कम ऊंचाई वाले इलाकों में यह अवधि मात्र 13 दिन की होगी।
गर्मियों की छुट्टियां: क्षेत्र के आधार पर अलग-अलग समयावधि
गर्मियों की छुट्टियों को लेकर भी कैलेंडर में स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं। 5000 फीट से कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों के विद्यालयों में गर्मियों की छुट्टियां 27 मई 2025 से 30 जून 2025 तक रहेंगी। वहीं, 5000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों के विद्यालयों में गर्मियों की छुट्टी 20 जून 2025 से 30 जून 2025 तक निर्धारित की गई है।
ईगास बग्वाल और हरेला पर भी रहेगा अवकाश
इस वर्ष के कैलेंडर में ईगास बग्वाल और हरेला जैसे पारंपरिक त्योहारों पर भी अवकाश घोषित किया गया है। इससे विद्यार्थियों और शिक्षकों को इन महत्वपूर्ण पर्वों को मनाने का अवसर मिलेगा।
विवेकाधीन अवकाश की अनुमति
शिक्षा निदेशक आरके उनियाल ने अपने निर्देश में कहा है कि प्रधानाध्यापक तीन दिन तक विवेकाधीन अवकाश (Discretionary Leave) घोषित कर सकते हैं। हालांकि, इस प्रकार के अवकाश को दीर्घावकाश (Long Vacation) के साथ जोड़ने की अनुमति नहीं होगी। इसके साथ ही प्रधानाध्यापक को विवेकाधीन अवकाश घोषित करने से पहले खंड शिक्षा अधिकारी या संबंधित उप शिक्षा अधिकारी को सूचित करना होगा।
उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए विशेष राहत
5000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सर्दियों का मौसम काफी कठिन होता है। ऐसे में विद्यार्थियों और शिक्षकों को राहत प्रदान करने के लिए लंबी अवधि की सर्दियों की छुट्टियां रखी गई हैं। यह निर्णय इन क्षेत्रों की जलवायु और मौसम की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
शिक्षा विभाग का उद्देश्य
शिक्षा विभाग का उद्देश्य है कि मौसम के अनुसार विद्यार्थियों और शिक्षकों को आराम दिया जा सके और वे पर्व-त्योहारों का आनंद भी ले सकें। यह कदम राज्य के परंपरागत त्योहारों को बढ़ावा देने और शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति को बनाए रखने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है।