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यात्रीगण ध्यान दें 3 दिन सरकारी बस सेवा रहेगी ठप, कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे

उत्तर प्रदेश में UPSRTC कर्मचारियों की हड़ताल के चलते बस सेवाएं तीन दिन तक रहेंगी बंद। वेतन बढ़ोतरी और स्थायी नियुक्ति की मांग पर सरकार से टकराव। जानें यात्रियों के लिए क्या हैं वैकल्पिक साधन और यह हड़ताल कैसे बदलेगी आपकी यात्रा की योजना

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यात्रीगण ध्यान दें 3 दिन सरकारी बस सेवा रहेगी ठप, कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे
यात्रीगण ध्यान दें 3 दिन सरकारी बस सेवा रहेगी ठप, कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे

उत्तर प्रदेश में यात्रियों को अगले तीन दिन तक सरकारी बस सेवाओं (Government Bus Services) की सुविधा नहीं मिलेगी, क्योंकि राज्य परिवहन निगम (UPSRTC) के कर्मचारी हड़ताल (Strike) पर जाने की तैयारी में हैं। कर्मचारियों की यह हड़ताल उनकी लंबित मांगों को लेकर हो रही है, जिसमें वेतन बढ़ोतरी, स्थायी नियुक्ति और अन्य सुविधाओं की मांग प्रमुख हैं। यह स्थिति यात्रियों के लिए बड़ी असुविधा पैदा कर सकती है, खासकर त्योहारों या विशेष अवसरों के दौरान।

कर्मचारी हड़ताल का कारण

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) के कर्मचारियों का कहना है कि लंबे समय से उनकी मांगों की अनदेखी की जा रही है। कर्मचारियों ने अपनी मांगों में वेतन संशोधन, सेवा स्थायीकरण और रिटायरमेंट लाभों का उल्लेख किया है। सरकार के साथ कई बार वार्ता के बावजूद, समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है। यही कारण है कि कर्मचारी संघ (Union) ने इस बार हड़ताल का फैसला लिया है।

यात्री हो सकते हैं प्रभावित

तीन दिन तक बस सेवाओं के ठप रहने से लाखों यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। खासतौर पर, जो लोग ग्रामीण इलाकों (Rural Areas) से शहरों में आते-जाते हैं, उनके लिए यह स्थिति चुनौतीपूर्ण हो सकती है। लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को अन्य विकल्पों पर निर्भर रहना पड़ेगा, जिनमें निजी वाहन या ट्रेन सेवाएं शामिल हो सकती हैं।

हालांकि, UPSRTC के प्रवक्ता ने यात्रियों से अपील की है कि वे वैकल्पिक यात्रा योजनाएं बनाएं और सरकारी निर्देशों का पालन करें।

सरकार का रुख

उत्तर प्रदेश सरकार ने फिलहाल इस मुद्दे पर कोई विस्तृत बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, सरकार के सूत्रों के अनुसार, परिवहन निगम की सेवाओं को जल्दी से बहाल करने की कोशिश की जाएगी। इसके लिए सरकार हड़ताल समाप्त करने के लिए बातचीत का रास्ता अपना सकती है।

राज्य सरकार ने पहले भी हड़ताल पर रोक लगाने के लिए आवश्यक सेवा अनुरक्षण अधिनियम (ESMA) लागू किया था, लेकिन कर्मचारी संघ इसे लेकर विरोध दर्ज करा रहे हैं।

आर्थिक नुकसान का अंदेशा

तीन दिनों तक बस सेवा के ठप रहने से राज्य परिवहन निगम को करोड़ों रुपये का नुकसान हो सकता है। बस सेवा ठप रहने से न केवल यात्रियों को बल्कि सरकार को भी भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। निजी परिवहन सेवाओं का उपयोग करने वाले यात्रियों को अधिक खर्च करना पड़ सकता है, जिससे उनकी जेब पर भी असर पड़ेगा।

यात्रियों के लिए सुझाव

यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा योजनाओं को पुनर्व्यवस्थित करें। वैकल्पिक साधनों जैसे निजी वाहन, राइड-शेयरिंग सेवाएं, या ट्रेन का उपयोग करें। लंबी दूरी की यात्रा के लिए एडवांस बुकिंग कर लें ताकि असुविधा से बचा जा सके।

हड़ताल का समाधान कब तक?

कर्मचारी संघ और सरकार के बीच वार्ता जल्द ही होने की संभावना है। हड़ताल समाप्त करने के लिए सरकार को कर्मचारियों की मांगों पर विचार करना होगा। इससे पहले, कई बार ऐसी हड़तालों के बाद समझौता हुआ है, लेकिन इस बार स्थिति कितनी जल्दी सामान्य होगी, यह देखने वाली बात होगी।

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