हरियाणा सरकार ने 1 जनवरी से 15 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश (Winter Vacation in Haryana Schools) घोषित किया है। यह आदेश राज्य के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के लिए अनिवार्य है। लेकिन पानीपत के डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल (DAV Police Public School Panipat) द्वारा इस आदेश का उल्लंघन करने का मामला सामने आया है। शिक्षा विभाग ने स्कूल को नोटिस जारी कर अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है।
शीतकालीन अवकाश का उद्देश्य
हरियाणा सरकार ने अत्यधिक ठंड से बच्चों को बचाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 1 जनवरी से 15 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश की घोषणा की थी। आदेश में स्पष्ट कहा गया था कि इस दौरान किसी भी स्कूल को खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यदि कोई स्कूल आदेशों का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसकी मान्यता रद्द (School Recognition Cancellation) की जा सकती है।
पानीपत के डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल में चल रही थीं कक्षाएं
पानीपत के जिला शिक्षा अधिकारी (District Education Officer, Panipat) ने 3 जनवरी 2025 को औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल में 8वीं से 12वीं तक की कक्षाएं चल रही थीं। यह स्कूल, शिक्षा निदेशालय के 27 दिसंबर 2024 को जारी आदेश का स्पष्ट उल्लंघन कर रहा था।
शिक्षा विभाग ने सख्ती दिखाई
इस उल्लंघन के बाद, जिला शिक्षा अधिकारी ने सेकेंडरी शिक्षा निदेशक को अपनी रिपोर्ट सौंपते हुए कार्रवाई की सिफारिश की। इसके आधार पर डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल को नोटिस जारी किया गया। शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो भी स्कूल शीतकालीन अवकाश के आदेशों का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
आदेश न मानने वाले स्कूलों पर कार्रवाई
हरियाणा शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे शीतकालीन अवकाश के दौरान स्कूलों का नियमित निरीक्षण करें। जिन स्कूलों में अवकाश के दौरान कक्षाएं चलती पाई जाएंगी, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग ने यह भी कहा कि ऐसे स्कूलों की मान्यता रद्द की जा सकती है।
बच्चों की सुरक्षा है प्राथमिकता
शीतकालीन अवकाश का उद्देश्य बच्चों को अत्यधिक ठंड के दौरान स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाना है। सरकार ने इस बात पर जोर दिया है कि बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। अवकाश के दौरान स्कूल खोलने से बच्चों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जो सरकार के लिए अस्वीकार्य है।
डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल का मामला एक उदाहरण
पानीपत के डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल का मामला इस बात का उदाहरण है कि कुछ स्कूल सरकारी आदेशों का पालन करने में लापरवाही कर रहे हैं। यह मामला शिक्षा विभाग की सख्त निगरानी और अनुशासनात्मक कार्रवाई के महत्व को रेखांकित करता है।
शिक्षा विभाग का सख्त रुख
शिक्षा विभाग ने यह साफ कर दिया है कि आदेशों का पालन न करने वाले स्कूलों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह आवश्यक है कि सभी स्कूल अवकाश के दौरान बंद रहें।
बच्चों और अभिभावकों के हित में फैसला
सरकार का यह कदम बच्चों की सुरक्षा और सेहत को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। अत्यधिक ठंड के कारण बच्चों को बीमारियों का खतरा रहता है, जिसे कम करने के लिए यह फैसला अनिवार्य है। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे आदेशों का पालन करें और बच्चों को किसी भी तरह के जोखिम में न डालें।