नए साल की शुरुआत में पाकिस्तान सरकार ने आम जनता को राहत देते हुए घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कटौती की है। तेल एवं गैस विनियामक प्राधिकरण (Oil and Gas Regulatory Authority) ने 1 जनवरी 2025 से घरेलू गैस के नए दाम लागू कर दिए हैं। वहीं, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी बदलाव किया गया है, जिसमें जनता को मामूली बढ़ोतरी का सामना करना पड़ा है। यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय बाजार और घरेलू आर्थिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
घरेलू गैस की कीमत में राहत, सिलेंडर सस्ता हुआ
मिली जानकारी के अनुसार, रसोई गैस की कीमतों में प्रति किलो 4.02 रुपए की कटौती की गई है। पाकिस्तान में आमतौर पर 11.8 किलोग्राम के घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग होता है। इस कटौती के बाद, सिलेंडर की कुल कीमत में 47.43 रुपए की कमी दर्ज की गई है। पहले जहां यह 3000.43 रुपए में उपलब्ध था, अब यह घटकर 2953 रुपए में मिलेगा।
घरेलू गैस की इस कटौती से आम जनता को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला देश की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने और घरेलू बजट पर दबाव कम करने के उद्देश्य से लिया गया है।
पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी, उपभोक्ताओं पर पड़ा असर
दूसरी ओर, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई है। पेट्रोल की कीमत में 0.56 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है, जिससे अब इसकी कीमत 252.66 रुपए प्रति लीटर हो गई है। वहीं, हाई-स्पीड डीजल की कीमत में 2.96 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि हुई है, जो अब 258.34 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गई है।
मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि यह वृद्धि अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार में उतार-चढ़ाव और घरेलू आर्थिक दबावों को ध्यान में रखते हुए की गई है। यह संशोधन नियमित मूल्य निर्धारण प्रक्रिया का हिस्सा है, जो लागत को संतुलित करने के उद्देश्य से समय-समय पर किया जाता है।
दिसंबर में भी हुआ था मामूली बदलाव
2024 के अंतिम महीने दिसंबर में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मामूली बदलाव हुआ था। उस समय पेट्रोल की कीमत को 252.10 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर रखा गया था, जबकि डीजल की कीमत में 3.05 रुपए प्रति लीटर की कटौती की गई थी। इसके अलावा, केरोसिन और लाइट डीजल के दाम भी घटाए गए थे। हालांकि, अब नए साल के साथ यह बदलाव उपभोक्ताओं के लिए एक बार फिर महत्वपूर्ण हो गया है।
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कारकों का प्रभाव
विशेषज्ञों का मानना है कि तेल की कीमतों में यह बदलाव कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कारकों के कारण हुआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और देश की आर्थिक स्थिति के बीच संतुलन बनाने के लिए सरकार को यह कदम उठाना पड़ा।
उपभोक्ताओं पर प्रभाव
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से परिवहन और अन्य खर्चों में वृद्धि की संभावना है। यह परिवर्तन न केवल आम नागरिकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, बल्कि उद्योगों और व्यापारिक गतिविधियों पर भी असर डाल सकता है। दूसरी ओर, घरेलू गैस की कीमत में कटौती से रसोई का खर्च थोड़ा कम होगा, जिससे आम जनता को राहत मिलेगी।