प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) के तहत 19वीं किस्त जल्द ही किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी। इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल 6,000 रुपये तीन किस्तों में दिए जाते हैं। हालांकि, इस बार कुछ किसानों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा, और कई मामलों में सरकार ने अयोग्य किसानों से रकम वापस लेने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। आइए जानते हैं कि इस बार किन किसानों को फायदा मिलेगा और किन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
PM Kisan Yojana किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, लेकिन इसका लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा, जो पात्रता की शर्तों को पूरा करते हैं। सरकार की तरफ से हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि सही लाभार्थियों तक योजना का लाभ पहुंचे। अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द अपनी सभी औपचारिकताएं पूरी करें।
किस्त कब तक आएगी?
PM Kisan Yojana की 19वीं किस्त फरवरी 2025 में जारी होने की संभावना है। केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर इस योजना की किस्तों को जारी किया जाता है, लेकिन इसका लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलता है, जो योजना की पात्रता शर्तों को पूरा करते हैं।
किन किसानों को लाभ नहीं मिलेगा?
इस बार की किस्त के लिए कुछ विशेष शर्तें रखी गई हैं। यदि आपने इन शर्तों को पूरा नहीं किया है, तो आपको 19वीं किस्त का लाभ नहीं मिलेगा।
ई-केवाईसी और भू-सत्यापन अनिवार्य
सरकार ने स्पष्ट किया है कि PM Kisan Yojana के लाभार्थियों को अपना ई-केवाईसी (e-KYC) और भू-सत्यापन अनिवार्य रूप से कराना होगा। जो किसान इन प्रक्रियाओं को पूरा नहीं करेंगे, उनकी किस्त अटक सकती है।
अयोग्य किसान
कुछ श्रेणियों के किसानों को योजना के तहत लाभ पाने से वंचित रखा गया है। इनमें शामिल हैं:
- संवैधानिक पद धारक: जैसे मंत्री, सांसद, विधायक आदि।
- सरकारी कर्मचारी: चतुर्थ श्रेणी को छोड़कर अन्य सरकारी कर्मचारी और 10,000 रुपये या उससे अधिक मासिक पेंशन पाने वाले पेंशनधारी।
- आयकर दाता किसान: ऐसे किसान जिन्होंने आयकर रिटर्न दाखिल किया है।
- संस्थागत भूमि मालिक: ऐसे किसान जो संस्थागत भूमि के मालिक हैं।
अयोग्य किसानों को लौटानी होगी रकम
सरकार ने पाया है कि योजना के तहत कई ऐसे किसानों ने लाभ उठाया है, जो पात्र नहीं थे। इनसे दी गई रकम वापस वसूली जा रही है। यदि आप अयोग्य श्रेणी में आते हैं, तो आपको स्वेच्छा से सरकार को यह राशि लौटानी होगी।
लाभार्थियों के लिए सुझाव
- ई-केवाईसी और भू-सत्यापन जल्द कराएं: जो किसान अब तक e-KYC और भू-सत्यापन की प्रक्रिया पूरी नहीं कर सके हैं, उन्हें इसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा करना चाहिए। ऐसा न करने पर 19वीं किस्त उनके खाते में नहीं आएगी।
- पात्रता की जांच करें: यदि आप योजना के पात्र नहीं हैं और गलती से लाभ प्राप्त कर चुके हैं, तो स्वेच्छा से राशि वापस करें। ऐसा करने से कानूनी कार्रवाई से बचा जा सकता है।
- आधिकारिक घोषणाओं पर नजर रखें: योजना से संबंधित किसी भी अपडेट या प्रक्रिया के लिए आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर नियमित रूप से जानकारी लें।
योजना का उद्देश्य
PM Kisan Yojana का उद्देश्य किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है ताकि वे अपनी खेती-किसानी से जुड़े खर्चे पूरे कर सकें। यह योजना विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए शुरू की गई है।
Q1: PM Kisan Yojana की 19वीं किस्त कब जारी होगी?
A: 19वीं किस्त फरवरी 2025 में जारी होने की संभावना है।
Q2: ई-केवाईसी और भू-सत्यापन क्यों जरूरी हैं?
A: योजना के लाभ को सही लाभार्थियों तक पहुंचाने और धोखाधड़ी रोकने के लिए ई-केवाईसी और भू-सत्यापन अनिवार्य हैं।
Q3: किन किसानों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा?
A: आयकर दाता, सरकारी कर्मचारी (चतुर्थ श्रेणी को छोड़कर), संवैधानिक पद धारक और संस्थागत भूमि मालिक इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
Q4: किसे रकम वापस करनी पड़ सकती है?
A: जिन किसानों ने अयोग्य होने के बावजूद योजना का लाभ उठाया है, उनसे रकम वापस वसूली जा रही है।
Q5: PM Kisan Yojana के तहत सालाना कितनी राशि मिलती है?
A: योजना के तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये की राशि तीन किस्तों में दी जाती है।
Q6: योजना का उद्देश्य क्या है?
A: इसका उद्देश्य किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना और उनकी आय में वृद्धि करना है।
Q7: ई-केवाईसी कैसे करें?
A: ई-केवाईसी के लिए आप योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर लॉगिन कर सकते हैं या नजदीकी CSC केंद्र पर जा सकते हैं।
Q8: भू-सत्यापन की प्रक्रिया क्या है?
A: भू-सत्यापन के लिए किसानों को अपने जमीन के दस्तावेजों की जांच स्थानीय राजस्व विभाग से करानी होती है।