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Republic Day 2025: यहाँ सभी स्कूलों में गणतंत्र दिवस की छुट्टी रद्द, स्कूल शिक्षा विभाग ने सर्कुलर किया जारी

महाराष्ट्र सरकार ने गणतंत्र दिवस पर स्कूलों में छुट्टी रद्द कर दी है। इसके बजाय छात्रों को देशभक्ति से भरे कार्यक्रमों में हिस्सा लेना होगा। जानिए कैसे यह फैसला छात्रों पर प्रभाव डालेगा और इस नए बदलाव को लेकर क्यों मचा है विवाद

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Republic Day 2025: यहाँ सभी स्कूलों में गणतंत्र दिवस की छुट्टी रद्द, स्कूल शिक्षा विभाग ने सर्कुलर किया जारी
Republic Day 2025: यहाँ सभी स्कूलों में गणतंत्र दिवस की छुट्टी रद्द, स्कूल शिक्षा विभाग ने सर्कुलर किया जारी

देश भर में गणतंत्र दिवस (Republic Day) 2025 मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए घोषणा की है कि अब 26 जनवरी को स्कूलों में छुट्टी नहीं होगी। इसके बजाय, स्कूलों में छात्रों को ऐसी गतिविधियों में शामिल किया जाएगा, जो राष्ट्रीय गौरव और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देंगी। स्कूल शिक्षा विभाग ने मंगलवार को एक परिपत्र जारी कर सरकारी और निजी दोनों स्कूलों को इस निर्णय का पालन करने के निर्देश दिए हैं।

महाराष्ट्र सरकार का यह निर्णय देश के भविष्य को नई दिशा देने के उद्देश्य से लिया गया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह पहल छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों पर क्या प्रभाव डालती है।

राष्ट्रीय गौरव बढ़ाने के उद्देश्य से नया सर्कुलर जारी

परिपत्र में कहा गया है कि 26 जनवरी 2025 से सभी स्कूलों में दिनभर चलने वाले समारोह आयोजित किए जाएंगे। इन समारोहों का उद्देश्य छात्रों में भारत के इतिहास, संस्कृति और भविष्य पर गर्व की भावना विकसित करना है। इसमें देशभक्ति विषयों पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।

इन अनिवार्य गतिविधियों में ध्वजारोहण (Flag Hoisting) के बाद एक ‘प्रभात फेरी’ (Morning March) का आयोजन शामिल है। इसके साथ भाषण, कविता पाठ, नृत्य, ड्राइंग, निबंध लेखन, खेल प्रतियोगिताएं और प्रदर्शनियां भी होंगी। सभी गतिविधियां देशभक्ति पर केंद्रित होंगी।

जिला अधिकारियों को मिली जिम्मेदारी

इस निर्णय को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारियों और निरीक्षकों को उनके क्षेत्रों में निर्देशित किया गया है। उन्हें यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि सभी स्कूलों में गणतंत्र दिवस पर यह गतिविधियां अनिवार्य रूप से आयोजित की जाएं।

शिक्षकों और अभिभावकों की चिंता

हालांकि, इस निर्णय को लेकर शिक्षकों और अभिभावकों के बीच मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। शिक्षक कार्यकर्ता भाऊसाहेब चस्कर (Bhausaheb Chaskar) ने इस कदम को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने मिंट की रिपोर्ट में कहा कि छात्रों पर पहले से ही स्कूलों में विभिन्न कार्यक्रमों का भारी दबाव है।

चस्कर ने यह भी सवाल उठाया कि क्या ऐसे समारोहों के लिए एक पूरा दिन समर्पित करना जरूरी है, जब गणतंत्र दिवस पहले से ही स्कूलों में विविध कार्यक्रमों के साथ मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस के समारोह में भागीदारी के लाभ

महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि इस पहल से छात्रों में न केवल देशभक्ति की भावना मजबूत होगी, बल्कि उन्हें भारत के गौरवशाली इतिहास और विविध संस्कृति को समझने का अवसर भी मिलेगा। इसके अलावा, इन गतिविधियों के माध्यम से छात्रों में रचनात्मकता और टीमवर्क को भी बढ़ावा मिलेगा।

क्या होगा दिनभर के कार्यक्रमों में?

  1. ध्वजारोहण समारोह (Flag Hoisting): दिन की शुरुआत राष्ट्रध्वज फहराने के साथ होगी।
  2. प्रभात फेरी (Morning March): छात्रों द्वारा एक मार्च निकाला जाएगा।
  3. देशभक्ति पर आधारित कार्यक्रम: भाषण, कविता पाठ, नृत्य और संगीत।
  4. क्रिएटिव प्रतियोगिताएं: निबंध लेखन, ड्राइंग और पेंटिंग।
  5. खेलकूद: विभिन्न प्रकार की खेल प्रतियोगिताएं।
  6. प्रदर्शनियां: देश के स्वतंत्रता संग्राम और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनियां।

विरोध और समर्थन

जहां एक ओर कुछ शिक्षकों और कार्यकर्ताओं ने इस निर्णय की आलोचना की है, वहीं दूसरी ओर कई लोग इसे एक सकारात्मक पहल मानते हैं। उनका कहना है कि गणतंत्र दिवस का यह नया स्वरूप बच्चों के समग्र विकास में सहायक होगा।

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